
मोतिहारी, एन.के. सिंह |
जानपुल चौक से मीना बाजार चौक तक सड़क की ऊँचाई बढ़ने से दुकानें नीचे होने और जलजमाव की आशंका को लेकर मोतिहारी चेंबर ऑफ कॉमर्स ने सत्याग्रह चौक पर धरना दिया।
मोतिहारी में, जानपुल चौक से मीना बाजार चौक तक बन रही सड़क के निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त है। मोतिहारी चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले, आज शनिवार, 7 जून 2025 को शहर के हृदयस्थल सत्याग्रह चौक पर, लोक निर्माण विभाग और ज़िला प्रशासन के खिलाफ एक ज़ोरदार धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। व्यापारियों का आरोप है कि सड़क की ऊँचाई अनावश्यक रूप से बढ़ाई जा रही है, जिससे उनकी दुकानें सड़क के स्तर से काफ़ी नीचे हो जाएँगी और आगामी बरसात के मौसम में भीषण जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाएगी, जिसका सीधा असर उनके व्यवसाय पर पड़ेगा।
व्यापारियों में पनपता आक्रोश और प्रशासन की अनदेखी
यह विरोध प्रदर्शन उस समय शुरू हुआ जब दो दिन पहले ही इस महत्वपूर्ण सड़क का पुनर्निर्माण या मरम्मत कार्य शुरू किया गया। चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अंगद सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कल शुक्रवार, 6 जून 2025 को ज़िलाधिकारी से मुलाक़ात की थी। इस मुलाक़ात के दौरान, व्यापारियों ने उन्हें एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा था, जिसमें स्पष्ट रूप से यह अनुरोध किया गया था कि सड़क की ऊँचाई को न बढ़ाया जाए और इसे पुराने स्तर पर ही रखा जाए। इसके बावजूद, व्यापारियों की चिंताओं को अनसुना करते हुए, आज भी सड़क का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी रहा, जिसने व्यापारियों के भीतर गहरे रोष को जन्म दिया है। उनकी यह शिकायत है कि प्रशासन उनकी वाजिब मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है।
उग्र आंदोलन की चेतावनी, बाजार बंदी तक की संभावना
चेंबर ऑफ कॉमर्स ने ज़िला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि आज रात भी सड़क का निर्माण कार्य इसी तरह जारी रहता है और उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता, तो वे अपने आंदोलन को और भी उग्र करेंगे। इस उग्र आंदोलन में मोतिहारी बाज़ार को बंद करने जैसे बड़े और व्यापक प्रदर्शन भी शामिल हो सकते हैं, जिससे शहर की व्यावसायिक गतिविधियों पर गहरा असर पड़ेगा।
आज के इस विशाल धरना प्रदर्शन में चेंबर अध्यक्ष अंगद सिंह के साथ-साथ कई प्रमुख व्यापारी नेता और सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने अपनी एकजुटता और प्रशासन के प्रति अपने विरोध का इज़हार किया। इनमें पूर्व अध्यक्ष बीरेंद्र जालान, सुधीर अग्रवाल, रवि कृष्ण लोहिया, विशाल कुमार, राजीव विजडम, संजय जायसवाल, संयोजक मनीष कुमार, उपाध्यक्ष सुधीर गुप्ता, उपसचिव अनिल बोहरा, कार्यकारिणी सदस्य चंदू मिश्रा, राहुल शर्मा, श्याम कुमार, रवि शेखर, सदस्य अरुण कुमार, आशुतोष कुमार और स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में अपनी चिंताओं को सामने रखा और प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की।